February 9, 2009

शुरू हुई शादियों की धूम - बाज़ारों में लौटी रौनक

<><><>(कमल सोनी)<><><> आगामी ११ फरवरी से पुनः शहनाइयों की गूँज शुरू होने वाली है गत १३ जनवरी को गुरू अस्त होने पर शादियाँ रुक गई थी १० फरवरी यानि कल पुनः गुरू उदय होने के साथ ही शहनाइयों की सुनाई देने लगेगी इस बार शादियों के लिए ११ फरवरी से २८ फरवरी तक ११ शुभ मुहूर्त है लेकिन इसके पश्चात मीन राशिः में सूर्य के आ जाने से १४ मार्च से १४ अप्रैल तक पुनः शादियाँ रुकी रहेंगी
११ फरवरी से २८ फरवरी तक ११ शुभ मुहूर्त :- ११ फरवरी से २८ फरवरी तक ११ शुभ मुहूर्त है जिनमें सात श्रेष्ठ और चार मध्यमं दोषपूर्ण मुहूर्त हैं साथ श्रेष्ठ मुहूर्तों में ११, १२, १७, १९, २२, २६ और २७ फरवरी तथा मध्यम दोषपूर्ण मुहूर्त में १३, १४, १५, २८ फरवरी के हैं
इस साल कम ही हैं विवाह मुहूर्त :- सामान्य तौर पर कार्तिक शुक्ल एकादशी ( देवा उठनी ग्यारस ) से विवाह प्रारंभ हो जाते हैं जो करीब आठ माह तक रहते है और देव शयनी ग्यारस के पहले तक चलते हैं लेकिन मलमास, शुक्र तथा गुरू के अस्त होने तथा सूर्या के धनु, और में राशिः में प्रवेश की वजह से इस साल विवाह मुहूर्त कम ही हैं वर्त्तमान में संवत २०६५ में मात्र ११ विवाह मुहूर्त ही बताये जा रहे हैं लेकिन पंडितों के अनुसार आगामी संवत २०६६ में ५५ विवाह मुहूर्त हैं
लौटी बाजारों की रौनक :- शादियों के लिए आये शुभ मुहूर्तों की दस्तक से मंदी के बीच बाज़ारों में रौनक भी लौट आई है ग्राहकों की भीड़ और अच्छी खरीदारी से बाज़ार पुनः गुलज़ार हो गए हैं इससे पूर्व रवीवार को पुष्य नक्षत्र के कारण लोगों ने जमकर खरीददारी की पुष्य नक्षत्र बेहद शुभ मुहूर्त माना जाता है और इस दिन खरीददारी करने के प्रथा रही है रवीवार को पुष्य नक्षत्र के कारण ऑटोमोबाइल, कपडा, ज्वेलरी, इलेक्ट्रिकल्स, सहित अन्य उत्पादों की जमकर खरीददारी हुई एक अनुमान के मुताबिक लगभग १५ से २० करोड़ का कारोबार हुआ है
दूसरी और वैवाहिक आयोजनों के चलते किराना, कपडा, इलेक्ट्रनिक, सोना चांदी, सौंदर्य प्रसाधन और बर्तन व्यावसाइयों में खासा उत्साह देखा जा रहा है व्यापारियों के अनुसार आगामी कुछ दिनों में बाज़ार में और भीड़ बढ़ने वाली है इसके मद्देनज़र उन्होंने ग्राहकों के लिए अलग alag व्हेरायाती और क्वालिटी के उत्पाद अपनी अपनी दुकानों में सजा रखे हैं

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