(KAMAL SONI)>>>> २६ नवम्बर को हुए आतंकी हमले के बाद ताज और ओबेरॉय होटल की रौनक लौट आई है ताज और ओबेरॉय होटल अब पुनः मेहमानों की मेज़बानी के लिए तैयार हैं दोनों ही होटलों को रविवार को मेहमानों के लिए खोल दिया गया चरमपंथी हमलों के दौरान होटलों की इमारतों को व्यापक नुक़सान पहुँचा था दोनों ही होटलों में आतंकियों के हमलों में १८० लोग मारे गए थे जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल थे मुंबई में ताज और ओबेरॉय को निशाना बनाने वाले आतंकी देश की अर्थव्यवस्था को निशाना बनाना चाहते थे टाटा के प्रबंधन वाले ताज ने घोषणा की है कि भविष्य में चरमपंथी हमलों को रोकने के लिए उपाए किए जाएँगे. हालाँकि उपाए कैसे होंगे, इस पर प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है. भारत ने पाकिस्तान स्थित चरमपंथी गुटों को इन हमलों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया था.
धार्मिक अनुष्ठान :- होटल खुलने बाद दोनों ही होटलों में सर्वधर्म पूजा सभाएँ आयोजित की गई साथ ही धार्मिक अनुष्ठान संम्पन्न कराये गए होटल ताज में हुई पूजा में टाटा ग्रुप के चेयरमेन रतन टाटा भी शामिल हुए सर्व धर्म प्रार्थना सभा के बाद रतन टाटा ने कहा "यह एक नए युग की शुरुआत है इसने मुझे गर्व का एह्साह कराया है यह साबित हो गया है कि हम आहत हो सकते हैं लेकिन धराशाई नहीं इस होटल में लौटी रौनक की बहाली में उन लोगों को समर्पित करता हूँ जिन्होंने २६ नवम्बर के हादसे में अपनी जाने गंवाई
हमले का नामोनिशान तक मिटा दिया गया :- दोनों ही होटलों की साफ सफाई में हमले का हर नामोनिशान भी मिटा दिया गया है साथ ही होटल के साफ़ सफाई और मरम्मत का कम अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से कराया गया है ताज होटल ने अपने एक हज़ार से अधिक प्रमुख ग्राहकों को इस शुभ मौके पर शानदार दावत के लिए आमंत्रित किया
ज़रुरत व्यापक और पुख्ता सुरक्षा की :- २६ नवम्बर को हुए आतंकी हमले के बाद ताज और ओबेरॉय होटल की रौनक अब पुनः लौट आई है लेकिन इन चरमपंथी हमलों ने महज़ इन होटलों को ही नहीं बल्कि पूरे देश की पांच सितारा और तीन सितारा होटलों, शोपिंग मॉल, थिएटर, रेलवे स्टेशन और ऐसे सभी स्थल जहां सार्वजनिक रूप से लोगों की मौजूदगी अधिक रहती है उन सभी स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने की एक सीख भी मिली है साथ ही पूरे देश को मिला है आतंकवाद के प्रति जागरूक होने कि और एहतियात बरतने की पूरे देश के होटल मालिकों को आज ज़रुरत है कि अपनी होटल की सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी न रहने दें और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने को हमेशा तैयार रहे ताकि फिर इन आतंकियों के नापाक इरादों को मुँहतोड़ जवाब दिया जा सके
December 17, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment